आज पूरे देश में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। बाबा साहेब का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ थाष वह वकील होने के साथ-साथ अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और महान समाज सुधारक भी थे। उन्हें बाबा साहेब अंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है। डॉ. अंबेडकर ने छुआछूत और जातीय भेदभाव के खिलाफ आंदोलन चलाया। उनको भारतीय संविधान का वास्तुकार भी माना जाता है। वह भारत के संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष भी थे।
खड़गे ने दी डॉ. बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि
पीएम मोदी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने बाबा साहेब आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने सोशल मीडिया मंच X पर लिखा - बाबा साहेब डॉ आंबेडकर ने हम देशवासियों को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित भारत का संविधान दिया जो सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के लिए सबसे शक्तिशाली औज़ार है। उन्होंने देश की प्रगति व एकता के लिए समावेशिता को अपना परम कर्तव्य बताया और सभी के अधिकारों की रक्षा करने पर पुरज़ोर बल दिया। उनकी 135 वीं जयंती पर हम सामाजिक परिवर्तन और सामाजिक न्याय के उनके विचारों के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता पुनः दोहराते हैं।
अखिलेश ने दी डॉ. बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट X पर कहा कि, बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि, सामाजिक न्याय के राज’ की स्थापना के लिए अपने ‘स्वाभिमान-स्वमान’ की अनुभूति को और सुदृढ़ करके, एकजुट होकर बाबासाहेब की देन व धरोहर ‘संविधान और आरक्षण’ बचाने के पीडीए के आंदोलन को नई ताक़त प्रदान करें व दोहराएं कि ‘संविधान ही संजीवनी’ है और ‘संविधान ही ढाल है’ और ये भी कि जब तक संविधान सुरक्षित रहेगा, तब तक हम सबका मान-सम्मान-स्वाभिमान और अधिकार सुरक्षित रहेगा। पीडीए की एकता ही संविधान और आरक्षण बचाएगी, पीडीए की एकजुटता ही सुनहरा भविष्य बनाएगी।